

(रिदम झा), राज्यसभा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभावषण पर अभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘भारत सच्चे अर्थ में एक अवसरों की भूमी है, अनेक अवसर हमारा इंतजार कर रहें है और इसलिए जो देश युवा हो, जो देश उत्साह से भरा हुआ हो, जो देश अनेक सपनों को लेकर के संकल्प के साथ सिद्धि को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत हो, वो देश इन अवसरों को जाने नहीं दे सकता ’. आगे उन्होनें कहा ‘आज पुरे विश्व की नजर भारत पर है, भारत से अपेक्षा भी है और लोगों में एक विश्वास भी है की अगर भारत ये कर लेगा तो दुनिया के बहुत ही समस्याओं का समाधान वहीं से हो जाएगा, ये विश्वास आज दुनिया में भारत के लिए बन रहा है’. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा जब में अवसरों की बात कर रहा हुं तो में महाकवि मैथिलीशरण गुप्त की कविता चर्चा करना चाहुंगा -अवसर तेरे लिए खड़ा है, फिर भी तू चुपचाप पड़ा है, तेरा कर्म क्षेत्र बड़ा है, पल-पल है अनमोल, अरे भारत उठ, आंखें खोल!…
उन्होने कहा अगर उन्हें 21वी सदी के आरंभ में लिखना होता तो क्या लिखते? मैं कल्पना करता हुं की वो लिखते – अवसर तेरे लिए खड़ा है, तू आत्मविश्वास से भरा पड़ा है, हर बाधा, हर बंदिश को तोड़, अरे भारत आत्मनिर्भरता के पथ पर दौड़…
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल पर बात करते हुए कहा कि हमें गर्व करना चाहिए कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चल रहा है.
पीएम मोदी ने कृषि सुधार पर बात करते हुए कहा, ‘शरद पवार जी और कांग्रेस के लोग सभी सरकारें कृषि सुधारों के लिए खड़े थे. वे ऐसा करने में सक्षम थे या नहीं, लेकिन सभी ने वकालत की है कि यह किया जाना चाहिए.’ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष से सवाल किया कि आपने यू-टर्न क्यों ले लिया. आपको गर्व होना चाहिए जो मनमोहन सिंह जी ने कहा था वह मोदी कर रहा हैं.’
मनमोहन सिंह जी ने किसान को उपज बेचने की आजादी दिलाने, भारत को एक कृषि बजार दिलाने के सबंध में अपना इरादा व्यक्त किया था और वो काम हम कर रहें हैं. आपको गर्व होना चाहिए मनमोहन सिंह जी ने कहा था, वो मोदी कर रहा हैं .
पीएम मोदी ने कृषि सुधार पर बात करते हुए इन तमाम मुद्दो पर चर्चा की.
- 90,000 करोड़ रुपये फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मिले.
- कर्ज माफी से ज्यादा पैसे किसानों को फसल बीमा योजना के तहत दिया गया.
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 10 करोड़ किसानों को लाभ मिला.
- किसानों को अब तक 115000 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिल चुका हैं.
- 1971 में 1 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों की संख्या 51 फीसदी थी, जो आज बढ़कर 68% हो गई है.
- आज देश में 86 फ़ीसदी ऐसे किसान हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है. इनकी संख्या ऐसे 12 करोड़ किसान हैं.’