

(श्रद्धा उपाध्याय), Trivendra Singh Rawat Resignation: आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। आज दोपहर बाद 4 बजे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजभवन में अपना इस्तीफा दिया । त्रिवेंद्र सिंह ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात कर उन्हें राजभवन में अपना इस्तीफा सौंपा। वही अब सीएम के इस्तीफे के बाद अब दूसरी ओर चर्चा है कि बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें उत्तराखंड के नए सीएम के नाम पर मंथन होगा।
बता दें उत्तराखंड की सरकार पर छाए संकट के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज दिल्ली से वापस देहरादून पहुंचे। जिसके बाद 4 बजे उन्होंने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मोर्या से मुलाकात कर उन्हें इस्तीफ़ा सौंपा। वही अब त्रिवेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद अगले मुख्यमंत्री की अटकले लगनी शुरू हो चुकी है। कहा जा रहा है कि नए सीएम पद के लिए मंत्री धनसिंह रावत, सतपाल महाराज, सांसद अजट भट्ट, सांसद अनिल बलूनी का नाम सामने में आ रहा है। वही बुधवार को देहरादून में बीजेपी विधायक दल की बैठक है और उम्मीद है कि कल ही नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। pic.twitter.com/pLwCYqPDao
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2021
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने पहले दिल्ली से दो पर्यवेक्षकों को उत्तराखंड में भेजा था। इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुद दिल्ली जाकर पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी। देर रात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर रावत ने मुलाकात की थी लेकिन अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब नहीं हो सके।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि, “मैंने लंबे समय से आरएसएस और बीजेपी के नेता के रूप में काम किया।पार्टी ने मुझे चार साल तक इस राज्य की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा मौका मिलेगा. पार्टी ने अब निर्णय लिया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर अब किसी और को दिया जाना चाहिए. सीएम के रूप में मुझे चार वर्ष में 9 दिन कम रह गए हैं।”
आपको बता दे हाल ही में अभी महिला दिवस के मौके पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने कोरोना काल में राज्य को सेवा देने वाली हर एक आंगनबाड़ी और आशा वर्कर ) को 10-10 हजार रुपये देने और महिला मंगल दलों ( Mahila Mangal Dal) एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रुपये देने की भी घोषणा की है। सीएम का कहना है उनका कहना है कि महिलाओ के उत्थान के लिए हमारी सरकार की ओर से ये घोषणाएं हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के उत्थान के लिए हमारी सरकार ने आज महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जिसके तहत कोविड के दौरान सहयोग प्रदान करने वाली आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्रियों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से ₹10-10 हजार देने की व्यवस्था की गई है। pic.twitter.com/xs9sn3gcaD
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) March 8, 2021