India China Tension: अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हो चुका है और जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की बागडोर संभाल ली है, वही अब नए अमेरिकी प्रशासन ने चीन के साथ सीमा विवाद पर भारत का समर्थन किया और कहा कि बीजिंग के पड़ोसियों को डराने के प्रयासों से वह चिंतित है। इससे पता चलता है की भारत का रिश्ता अभी भी अमेरिका के साथ पुराने जैसा बना हुआ है। कियोकि अमेरिका के नए प्रशासन ने भी भारत के साथ अपनी दोस्ती को खास बताया।
मौजूदा वक्त में अमेरिका, भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव की बारीकी से निगरानी कर रहा है। साथ ही बीजिंग के पैटर्न पर चिंता व्यक्त की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिकी सरकार लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के साथ स्थिति की निगरानी कर रही है और विवाद के शांतिपूर्ण समाधान की मांग की है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ( Ned Price) कहा कि, “हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम भारत और चीन की सरकारों के बीच चल रही बातचीत को जानते हैं और हम सीधे बातचीत व उन सीमा विवादों का शांतिपूर्ण समाधान की मांग जारी रखते हैं।”
.@StateDeptSpox Price on U.S.-India relations. pic.twitter.com/quW8DLNgaR
— Department of State (@StateDept) February 9, 2021
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ( Ned Price) ने आगे कहा कि, “अमेरिकी सरकार अपने पड़ोसियों को डराने के लिए चल रहे बीजिंग के पैटर्न’ से चिंतित है। हमेशा की तरह हम दोस्तों के साथ खड़े होंगे, हम सहयोगियों के साथ खड़े होंगे।” वहीं जब मीडिया ने नेड प्राइस ( Ned Price) से पूछा कि क्या बाइडेन प्रशासन ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) और मानवाधिकार के मुद्दों पर चर्चा की। तो इस पर नेड प्राइस ( Ned Price) कहा कि हम नियमित रूप से भारत सरकार के संपर्क में रहते हैं और हमारी साझा प्रतिबद्धता लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए है। हमारा मानना है कि लोकतांत्रिक मूल्य ही भारत अमेरिका संबंध के बीच का आधार हैं।